रमेश कुशवाहा ,पी.एच.डी।
सीनियर रिसर्च साइंटिस्ट
द यूनिवेर्सिटी आफ मिशीगन हास्पिटल्स
एनं अर्भोर.ऍम .आई ,४८१०४ ,यूं .स .ए।
फोन:७३४ ९३६ ७५२६ (का)/७३४ ७६९ ५८७४ (नि)
ईमेल:रमेश@उमसी एच .इ डी यूं ।
सीनियर रिसर्च साइंटिस्ट
द यूनिवेर्सिटी आफ मिशीगन हास्पिटल्स
एनं अर्भोर.ऍम .आई ,४८१०४ ,यूं .स .ए।
फोन:७३४ ९३६ ७५२६ (का)/७३४ ७६९ ५८७४ (नि)
ईमेल:रमेश@उमसी एच .इ डी यूं ।
डाक्टर जयजयराम आनंद के सम्बन्ध में लिखना मेरे लिए सुखद और सम्मानजनक है .मै उन्हें एक रिश्तेदार और मित्र के रूप में पिछले १५ साल से अधिक से जानता हूँ .वे एक बोलचाल में कुशल ,सामाजिक और बड़े ही
सौम्य स्वभाव के हैं .वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैंविशेषतः सिक्षा और कविता के विषय में विशेष रूचि राखते हैं .उनकी उन विषयों की अनेक पुस्तकें प्राकाशित हैं .कविता के ९ संकलनो में से दो :घर घर में वसंत और
घर के अन्दर घर से गुजरने का मुझे अवसर मिला और उनकी काव्य प्रतिभा से परिचित हुआ .ये संकलन उन्होंने
मुझे उस समय दिए जब वे देत्रोयत .मिसिगान में अपने बेटे संदीप के साथ प्रवास में थे और उनसे मेरे निबास पर ही पिछली बार मिलाने का सुअवसर मिला औ उनसे खुलकर लम्बी चर्चा हुई ।
उन्हें अनेक सम्मानजनक पुरस्कार और सम्मान मिलें हैं .उनकी कवितायें व् लेख कहानी समीक्षाएं अनेक पत्र पत्रिकायों में प्रकाशित हुए हैं उदाहरण के लिए अमेरिका की विश्वा और हिदी जगत में भी कवितायें मैंने पढी हैं .उनका स्वयं का ब्लॉग और साईट भी हैं ब्लॉग:कविता में आनंद .ब्लागस्पाट .कॉम।
उनके बच्चे भारत ,अमेरिका और कनाडा में रह रहें हैं ,सब अच्छे पढ़े लिखे योग्य होनहार सम्मानजनक पदों पर
कार्यरत हैं ।
मुझे उनका नाम काव्यजगत या किसी भी बड़े सम्मानजनक पुरस्कार /सम्मान के लिए अनुशंषित करने में कोई
संकोच या हिचकिचाहट नहीं है .किसी भी पत्र /पत्रिका द्वारा उनके लिए विशेषांक निकाल कर सम्म्मानित करती है
तो मेरे लिए तथा मेरे सत्यों के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है ।
मेरी हार्दिक कामना है की वे शतायु हों और समाज ,देश ,साहित्य की सेवा करतें रहें ।
[यदि किसी प्रकार की अधिक जानकारी चाहिए तो ऊपर दिए पते आदि पर संपर्क कर सकतें हैं ]
रमेश कुशवाहा
सीनियर रिसर्च साइंटिस्ट
सौम्य स्वभाव के हैं .वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैंविशेषतः सिक्षा और कविता के विषय में विशेष रूचि राखते हैं .उनकी उन विषयों की अनेक पुस्तकें प्राकाशित हैं .कविता के ९ संकलनो में से दो :घर घर में वसंत और
घर के अन्दर घर से गुजरने का मुझे अवसर मिला और उनकी काव्य प्रतिभा से परिचित हुआ .ये संकलन उन्होंने
मुझे उस समय दिए जब वे देत्रोयत .मिसिगान में अपने बेटे संदीप के साथ प्रवास में थे और उनसे मेरे निबास पर ही पिछली बार मिलाने का सुअवसर मिला औ उनसे खुलकर लम्बी चर्चा हुई ।
उन्हें अनेक सम्मानजनक पुरस्कार और सम्मान मिलें हैं .उनकी कवितायें व् लेख कहानी समीक्षाएं अनेक पत्र पत्रिकायों में प्रकाशित हुए हैं उदाहरण के लिए अमेरिका की विश्वा और हिदी जगत में भी कवितायें मैंने पढी हैं .उनका स्वयं का ब्लॉग और साईट भी हैं ब्लॉग:कविता में आनंद .ब्लागस्पाट .कॉम।
उनके बच्चे भारत ,अमेरिका और कनाडा में रह रहें हैं ,सब अच्छे पढ़े लिखे योग्य होनहार सम्मानजनक पदों पर
कार्यरत हैं ।
मुझे उनका नाम काव्यजगत या किसी भी बड़े सम्मानजनक पुरस्कार /सम्मान के लिए अनुशंषित करने में कोई
संकोच या हिचकिचाहट नहीं है .किसी भी पत्र /पत्रिका द्वारा उनके लिए विशेषांक निकाल कर सम्म्मानित करती है
तो मेरे लिए तथा मेरे सत्यों के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है ।
मेरी हार्दिक कामना है की वे शतायु हों और समाज ,देश ,साहित्य की सेवा करतें रहें ।
[यदि किसी प्रकार की अधिक जानकारी चाहिए तो ऊपर दिए पते आदि पर संपर्क कर सकतें हैं ]
रमेश कुशवाहा
सीनियर रिसर्च साइंटिस्ट

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