प्रवास में साहित्यिक हलचलें
हम लोग 27 दिसम्बर 2012 को रेल द्वारा रात 10.00बजे भोपाल से गंगानगर मेरठ पहुंचे .बहाँ स्वकीय भांजे की शादी समारोह का भरपूर मज़ा लिया .कुछ फोटोज आपके लिए :
दिनांक :03.12.2012आर्य समाज मंदिर एटा उप्र के सभागार में डाक्टर गोपाल कृषण शर्मा प्रोफसर जवाहर लाल नेहरू की अध्यक्षता में कविवर चंद्रप्रकाश द्विवेदी के सद प्रयासों से भोपाल के साहित्यकार
डाक्टर जयजयराम आनंद्के सम्मान में काव्यसंध्या का आयोजन हुआ जिसमें नगर के महेशमंजुल,राजेश्चन्दर जैन .डाक्टर वनबीर प्रसाद शर्मा .दिनेश बंधू ,राम औतार आर्य ,राज अशोक सिंह , द्विवेदीके व् डाक्टर आनंद आदि के काव्यपाठ ने काव्यसंध्या को अच्युतम केशव के संचालन में सफल बनाया
दिनांक 07.12.2012 को स्वर्गीय नरेश सक्सेना के श्रन्धांजलि समारोह के अवसर पर साहित्यकारों को सम्मानित किया गया तथा दीपकजी की दो गीत संग्रहों के लोकार्पण में डाक्टर आनंद ने भागीदारी की जिसके कुछ चित्र यहाँ दिए गए हैं .डॉ .आनंद ने श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद समीक्षात्मक दोहे पढ़ते हुए :
छू कर छंदों की छुअन, हुआ अनूठा भोर/पिटा ढिंढोरा जगत में ,हुआ अनूठा भोर ------
हम लोग 27 दिसम्बर 2012 को रेल द्वारा रात 10.00बजे भोपाल से गंगानगर मेरठ पहुंचे .बहाँ स्वकीय भांजे की शादी समारोह का भरपूर मज़ा लिया .कुछ फोटोज आपके लिए :
दिनांक :03.12.2012आर्य समाज मंदिर एटा उप्र के सभागार में डाक्टर गोपाल कृषण शर्मा प्रोफसर जवाहर लाल नेहरू की अध्यक्षता में कविवर चंद्रप्रकाश द्विवेदी के सद प्रयासों से भोपाल के साहित्यकार
डाक्टर जयजयराम आनंद्के सम्मान में काव्यसंध्या का आयोजन हुआ जिसमें नगर के महेशमंजुल,राजेश्चन्दर जैन .डाक्टर वनबीर प्रसाद शर्मा .दिनेश बंधू ,राम औतार आर्य ,राज अशोक सिंह , द्विवेदीके व् डाक्टर आनंद आदि के काव्यपाठ ने काव्यसंध्या को अच्युतम केशव के संचालन में सफल बनाया
दिनांक 07.12.2012 को स्वर्गीय नरेश सक्सेना के श्रन्धांजलि समारोह के अवसर पर साहित्यकारों को सम्मानित किया गया तथा दीपकजी की दो गीत संग्रहों के लोकार्पण में डाक्टर आनंद ने भागीदारी की जिसके कुछ चित्र यहाँ दिए गए हैं .डॉ .आनंद ने श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद समीक्षात्मक दोहे पढ़ते हुए :
छू कर छंदों की छुअन, हुआ अनूठा भोर/पिटा ढिंढोरा जगत में ,हुआ अनूठा भोर ------